राष्ट्रीय राजमार्गों पर निर्माण कार्य और यातायात प्रबंधन: समाज के हित में एक विचार
राष्ट्रीय राजमार्गों पर निर्माण कार्य और यातायात प्रबंधन: समाज के हित में एक विचार राष्ट्रीय राजमार्गों का कंक्रीटकरण और विकास बेशक एक महत्वपूर्ण कदम है, जो देश की बुनियादी संरचना को सुधारने और आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने में मदद करता है। हालांकि, यदि राज्य सरकार यातायात प्रबंधन में असफल रहती है, तो इसका उल्टा प्रभाव भी हो सकता है। इस लेख में हम राष्ट्रीय राजमार्गों पर निर्माण कार्य के कारण होने वाले यातायात जाम और इसके परिणामस्वरूप होने वाली महंगाई, गरीबी, अतिरिक्त ईंधन खपत, समय की बर्बादी, और स्वास्थ्य पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों पर चर्चा करेंगे। 1. अतिरिक्त ईंधन खपत और महंगाई राजमार्गों पर निर्माण कार्य के दौरान ट्रैफिक जाम सामान्य हो जाता है। बार-बार रुकने और चलने की वजह से वाहनों की ईंधन खपत बढ़ जाती है। यह न केवल वाहन चालकों के लिए अतिरिक्त खर्च का कारण बनता है, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है। बढ़ती ईंधन खपत के साथ, पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ सकती हैं, जो वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों में वृद्धि करती हैं और महंगाई को बढ़ावा देती हैं। 2. देर स...