मोदी जी के प्रयासों को नमन: नमस्ते और नमस्कार का महत्व

 



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मोदी जी के प्रयासों को नमन है।

भारतीय संस्कृति में अभिवादन के रूप में 'नमस्ते' और 'नमस्कार' का प्रयोग गहरा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है। इन दोनों शब्दों के अर्थ मात्र अभिवादन से कहीं अधिक गूढ़ और गहरे हैं।

"नमस्ते"
"नमः" + "स्ते"
"नमः" = नमन और "स्ते" = सच्चिदानंद।
"मैं आपके अंदर जो सच्चिदानंद हैं, उन्हें नमन करता हूँ।"

"नमस्कार"
"नमः" + "स्कार"
"नमः" = नमन और "स्कार" = साकार ब्रह्म।
"आपके रूप में जो साकार ब्रह्म मेरे सामने हैं, मैं उन्हें नमस्कार करता हूँ।"

Comments

  1. नमस्कार और नमस्ते दोनों को अच्छी तरह से समझाया गया है

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