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छठ पूजा: परंपरा और समरसता का आलोक

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लोक आस्था की छठ पूजा छठ पूजा , जिसे छठी मइया का त्योहार भी कहा जाता है , मुख्य रूप से बिहार , झारखंड , पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल के कुछ क्षेत्रों में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण सनातन वैदिक आर्य हिंदू पर्व है। यह प्रकृति और सूर्य की उपासना का पर्व है ,  जो चार दिनों तक चलता है। यह पर्व कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मुख्य रूप से मनाया जाता है , इसलिए इसे छठ कहा जाता है। इस पर्व में छठी मइया ( षष्ठी माता) की पूजा के साथ-साथ सूर्य देव ( प्रत्यक्ष देव) की आराधना की जाती है। छठी मइया कौन हैं ? छठी मइया को षष्ठी देवी के रूप में जाना जाता है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार , ये देवी प्रकृति का स्वरूप हैं और बच्चों की रक्षा करने वाली मानी जाती हैं। इन्हें माता पार्वती का एक रूप भी माना जाता है। छठी मइया को संतान की रक्षा , दीर्घायु और परिवार की सुख-समृद्धि की देवी के रूप में पूजा जाता है। मान्यता है कि छठी मइया भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करती हैं और विशेष रूप से संतान प्राप्ति और उनके कल्याण के लिए इनकी पूजा की जाती है। क्यों किया जाता है यह कठिन व्रत ? छठ व्रत करने वाले मुख्...

घरेलू ड्राइवर का प्रभाव: सेवा से नियंत्रण तक

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  आज के तेज़ रफ्तार और व्यस्त जीवन में घरेलू ड्राइवर न केवल परिवार के सुविधाजनक जीवन का हिस्सा बन गए हैं, बल्कि कई बार वे परिवार की सोच, निर्णयों, और सांस्कृतिक प्रवाह को भी अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करने लगते हैं। यह लेख एक विशेष अनुभव के आधार पर उस चिंताजनक पक्ष पर प्रकाश डालता है, जहाँ एक ड्राइवर ने अपनी भूमिका को महज़ "सेवा" से बढ़ाकर "नियंत्रण" तक पहुँचा दिया। बातचीत का खुलासा: जब ड्राइवर बना निर्णयकर्ता पुराने दिनों की बात है बातचीत में एक ड्राइवर से यह पूछे जाने पर कि क्या उसकी कंपनी उसे उसके त्योहारों पर छुट्टी देती है, उसने आत्मविश्वास से कहा: "कंपनी में तो नहीं मिलती क्योंकि "वहां हमारी तादाद कम है", लेकिन घर में मेरा ही हुक्म चलता है। वहाँ मैं ही तय करता हूँ कि क्या होगा, कौन करेगा और कैसे होगा। मालकिन और बच्चे पूरी तरह मेरे नियंत्रण में हैं। मैंने घर और कंपनी के सभी आवश्यक सेवाओं वेंडर जैसे - माली हाउसकीपिंग स्टाफ / मेड कुक (रसोइया) धोबी इलेक्ट्रिशियन प्लंबर सिविल वर्क मिस्त्री कारपेंटर पेंटर पीओपी वाला फर्नीचर...